हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "तोहफ़ उल उक़ूल" किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام السجاد علیه السلام:
لا يَقِلُّ عَمَلٌ مَعَ تَقْوى، وَ كَيْفَ يَقِلُّ ما يُتَقَبَّلُ.
हज़रत इमाम अली ज़ैनुल आबेदीन (अ) ने फ़रमाया:
तक़वा से किया गया अमल छोटा नहीं होता, और जो काम ख़ुदा को क़बूल हो जाता है वह छोटा कैसे हो सकता है!
तोहफ़ उल उक़ूल, पेज 318
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